उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने तीन बच्चों की नदी में डुबाकर हत्या कर दी। इस घटना का कारण था महिला का अपने चचेरे देवर से प्रेम प्रसंग, जिसमें देवर बच्चों को साथ रखने के लिए तैयार नहीं था। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है और लोग इस क्रूरता से स्तब्ध हैं।
घटना का विवरण
यह दर्दनाक घटना औरैया जिले के तालेपुर घाट पर गुरुवार सुबह घटी। 30 वर्षीय प्रियंका सविता, जिसने अपने चार बच्चों को लेकर ननिहाल जाने की बात कही थी, उन्हें सेंगुर नदी के पास ले गई। वहां, उसने एक-एक करके चारों बच्चों को नदी में डुबा दिया। सबसे बड़ा बेटा, आठ वर्षीय, किसी तरह से जान बचाकर नदी के पुल तक पहुंच गया और ग्रामीण सतेंद्र सिंह को घटना की जानकारी दी। सतेंद्र ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
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पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और नदी से तीन बच्चों के शव बरामद किए। पुलिस ने प्रियंका सविता और उसके प्रेमी आशीष को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि महिला ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि आशीष बच्चों को अपने साथ नहीं रखना चाहता था, इसलिए उन्होंने बच्चों को मारने की साजिश रची। Join YouTube ▶️
पृष्ठभूमि
प्रियंका सविता के पति अवनीश की करीब दो वर्ष पहले करंट लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद, प्रियंका का अपने चचेरे देवर आशीष के साथ प्रेम संबंध शुरू हो गया। दोनों दो महीने पहले औरैया में किराए के मकान में रहने लगे थे। प्रियंका ने बच्चों को मारने की योजना बनाकर उन्हें सेंगुर नदी ले जाकर डुबा दिया।
घटना का प्रभाव
इस घटना ने पूरे औरैया जिले को हिलाकर रख दिया है। लोग इस क्रूरता और निर्दयता पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। प्रियंका के इस कृत्य ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। लोगों का कहना है कि बच्चों के प्रति इस तरह की निर्दयता और हिंसा समाज के लिए अत्यंत घातक है। इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति समाज को जागरूक करने की आवश्यकता को उजागर किया है।
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समाज का प्रतिक्रिया
इस घटना पर समाज के विभिन्न वर्गों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। वहीं, स्थानीय लोग इस घटना से सदमे में हैं और बच्चों की क्रूर हत्या पर गहरा शोक व्यक्त कर रहे हैं।
कानून और न्याय
प्रियंका और आशीष के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने कहा कि घटना की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस घटना ने कानून व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर एक बार फिर से ध्यान केंद्रित किया है। समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
औरैया की इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना समाज की जिम्मेदारी है। प्रियंका सविता के इस घिनौने कृत्य ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। समाज को ऐसी घटनाओं से सीख लेनी चाहिए और बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि प्रेम प्रसंग और व्यक्तिगत इच्छाओं के चलते किसी भी निर्दोष की बलि देना किसी भी दृष्टिकोण से स्वीकार्य नहीं है। बच्चों की सुरक्षा और उनके भविष्य की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है।