सरकार ने एक महत्वपूर्ण और सराहनीय पहल की है। राज्य के परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने बुधवार को एक नई योजना की घोषणा की, जिसके तहत सड़क हादसों में घायल लोगों की मदद करने वालों को 5,000 से 10,000 रुपये तक का इनाम दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य दुर्घटना के घायलों को तुरंत राहत पहुंचाना और लोगों को इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करना है। FOLLOW
मदद करने पर मिलेगा इनाम
झारखंड सरकार की इस योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना है। परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा, “अगर आप किसी सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद करते हैं और उसे अस्पताल पहुंचाते हैं, तो सरकार आपकी इस नेकदिली के लिए आपको 5,000 से 10,000 रुपये तक का इनाम देगी।” इस योजना को ‘गुड सेमेरिटन’ (Good Samaritan) नाम दिया गया है और इसे सबसे पहले राजधानी रांची में लागू किया जाएगा।
अलग फंड की व्यवस्था
मंत्री दीपक बिरुआ ने विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए एक अलग फंड का प्रबंध किया जाए। इस फंड का उपयोग जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा किया जाएगा, जो स्वयं घायलों को यह राशि उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा, बाकी राशि नियमानुसार दी जाएगी। मंत्री ने कहा, “यह फंड सड़क हादसों में घायल लोगों की त्वरित चिकित्सा सहायता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा।”
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गुड सेमेरिटन योजना के तहत लाभ
राजधानी रांची में गुड सेमेरिटन योजना के तहत एक नया प्रयोग किया जाएगा। इसके तहत लाभुकों को पांच से दस हजार रुपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। मंत्री ने कहा, “हम इस योजना के माध्यम से लोगों को प्रेरित करना चाहते हैं ताकि वे सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए आगे आएं।”
टैक्स डिफाल्टरों से वसूली
मंत्री ने टैक्स डिफाल्टरों से राशि वसूली को लेकर भी रणनीति बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टैक्स डिफाल्टरों से बकाया राशि की वसूली के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में घायलों और हताहतों को तत्काल राहत दिलाने के लिए भी प्रबंध करने की बात कही।
रोड सेफ्टी ऑडिट में बदलाव
झारखंड सरकार ने रोड सेफ्टी ऑडिट के नियमों में भी बदलाव का निर्णय लिया है। अभी तक रोड सेफ्टी ऑडिट वही कंपनी कराती थी, जो सड़क का निर्माण करती थी। इससे गड़बड़ी की संभावना बनी रहती थी। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि एक अलग एजेंसी से सड़कों की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी और उन्हें ही रोड सेफ्टी ऑडिट का जिम्मा दिया जाएगा। इससे सड़कों की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार की उम्मीद है।
जनता के लिए राहतकारी कदम
झारखंड सरकार का यह कदम जनता के लिए राहतकारी साबित हो सकता है। सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को समय पर चिकित्सा सहायता मिलने से उनकी जान बचाई जा सकती है। गुड सेमेरिटन योजना के तहत लोगों को प्रोत्साहन मिलने से वे दुर्घटनाओं के घायलों की मदद के लिए आगे आएंगे और सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आएगी। इसके अलावा, रोड सेफ्टी ऑडिट के नियमों में बदलाव से सड़कों की गुणवत्ता में सुधार होगा और सड़क हादसों की संख्या में कमी आएगी।
निष्कर्ष
सड़क दुर्घटनाएं हमारे समाज की एक गंभीर समस्या हैं और इनसे निपटने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। झारखंड सरकार की यह पहल एक सकारात्मक कदम है, जो सड़क हादसों में घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता और राहत प्रदान करने में मददगार साबित होगी। जनता को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए और सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इससे न केवल घायलों की जान बचाई जा सकेगी, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा कि हम सभी एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार हैं।