कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से विवादों के घेरे में हैं, लेकिन इस बार मामला संगियों द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों का है। संगियों का दावा है कि राहुल गांधी ने हिंदू समुदाय का मजाक उड़ाया और उनका अपमान किया है। लेकिन सच्चाई क्या है? एक वायरल वीडियो में राहुल गांधी को बीजेपी और आरएसएस के फर्जी हिंदुत्व प्रोपगैंडा पर निशाना साधते हुए देखा जा सकता है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई और राहुल गांधी के वक्तव्य का विश्लेषण।
संगियों के आरोप
संगियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल की है, जिसमें दावा किया गया है कि राहुल गांधी ने हिंदू समुदाय का अपमान किया है। इस क्लिप के जरिए संगियों ने यह दिखाने की कोशिश की है कि राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और उसके अनुयायियों का मजाक उड़ाया है। उनके इस दावे को लेकर बीजेपी के कई नेताओं ने भी राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है।
वायरल वीडियो की सच्चाई
वायरल वीडियो के पूरे संदर्भ को जानना बेहद जरूरी है। दरअसल, राहुल गांधी ने अपने बयान में हिंदू धर्म या उसके अनुयायियों का अपमान नहीं किया, बल्कि उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के फर्जी हिंदुत्व प्रोपगैंडा पर करारा हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा, “बीजेपी और आरएसएस ने हिंदुत्व का गलत रूप प्रस्तुत किया है। उन्होंने धर्म को राजनीति का हथियार बना दिया है और असली हिंदुत्व के मूल्यों को विकृत कर दिया है।”
राहुल गांधी का यह बयान स्पष्ट रूप से बीजेपी और आरएसएस की राजनीति पर आधारित था, न कि हिंदू धर्म पर। उन्होंने हिंदुत्व की उस अवधारणा पर सवाल उठाया जो बीजेपी और आरएसएस द्वारा प्रस्तुत की जा रही है।
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राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, “बीजेपी और आरएसएस ने असली हिंदुत्व के सिद्धांतों को भुला दिया है। उन्होंने धर्म को राजनीति का साधन बना दिया है। हमारे देश में हिंदुत्व का मतलब सहिष्णुता, प्रेम और समरसता है। लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने इसे नफरत और विभाजन का साधन बना दिया है। यह असली हिंदुत्व नहीं है।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा, “हमारे देश के लोग समझदार हैं और वे असली और नकली के बीच फर्क कर सकते हैं। वे जानते हैं कि कौन उनके हित में है और कौन नहीं।”
Sanghis are defaming Rahul Gandhi that he mocked and insulted whole Hindu Community.
But here is the full video in which Rahul Gandhi is thrashing BJP and RSS over their fake Hindutva Propaganda.
Retweet this Maxium, Let everyone know the truth.#parliamentsession2024… pic.twitter.com/NirWTUyENf
— Dhruv Rathee (Parody) (@dhruvrahtee) July 2, 2024
बीजेपी और आरएसएस की प्रतिक्रिया
बीजेपी और आरएसएस ने राहुल गांधी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “राहुल गांधी ने हिंदू धर्म का अपमान किया है। उन्होंने हमारे धर्म और संस्कृति पर हमला किया है। यह असहनीय है और कांग्रेस पार्टी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।”
आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता ने भी राहुल गांधी के बयान की निंदा की और कहा, “राहुल गांधी ने हमारे धर्म और हमारी संस्कृति का अपमान किया है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि कांग्रेस पार्टी इस बयान के लिए माफी मांगे।”
कांग्रेस की सफाई
कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उनका बयान बीजेपी और आरएसएस के फर्जी हिंदुत्व प्रोपगैंडा के खिलाफ था, न कि हिंदू धर्म के खिलाफ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “राहुल गांधी ने किसी धर्म या उसके अनुयायियों का अपमान नहीं किया है। उनका बयान केवल बीजेपी और आरएसएस की राजनीति के खिलाफ था।”
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निष्कर्ष
इस पूरे मामले में यह स्पष्ट है कि राहुल ने हिंदू धर्म का अपमान नहीं किया, बल्कि बीजेपी और आरएसएस के फर्जी हिंदुत्व प्रोपगैंडा पर हमला बोला। संगियों द्वारा वायरल किए गए वीडियो क्लिप का पूरा संदर्भ जाने बिना उस पर आधारित निष्कर्ष निकालना अनुचित है।
राहुल के बयान को सही संदर्भ में समझना जरूरी है। उन्होंने असली हिंदुत्व की परिभाषा को प्रस्तुत करते हुए बीजेपी और आरएसएस की राजनीति की आलोचना की थी। उनके इस बयान को हिंदू धर्म का अपमान कहना सही नहीं होगा। यह विवाद एक बार फिर से यह दर्शाता है कि राजनीति में शब्दों का सही संदर्भ और उनकी व्याख्या कितनी महत्वपूर्ण है।
आने वाले दिनों में इस विवाद का असर क्या होगा, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन फिलहाल, यह स्पष्ट है कि राहुल का बयान बीजेपी और आरएसएस की राजनीति पर आधारित था, न कि हिंदू धर्म पर। उनके इस बयान को गलत संदर्भ में प्रस्तुत कर उनके खिलाफ प्रोपगैंडा फैलाना अनुचित है।