फतेहाबाद | हरियाणा राज्य परिवहन ने फतेहाबाद से सालासर धाम के लिए सीधी बस सेवा का संचालन शुरू किया है। यह सेवा भक्तों और यात्रियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो सालासर बालाजी के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। नई बस सेवा का टाइम टेबल जारी किया गया है, जो यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न स्टॉपेज और समय के साथ प्रस्तुत किया गया है। YouTube ▶️
बस सेवा का मार्ग
फतेहाबाद से सालासर के लिए सीधी बस सेवा का मार्ग इस प्रकार है: फतेहाबाद – हिसार – सालासर वाया: हिसार, सिवानी, झुम्पा, राजगढ़, चुरू, फतेहपुर
प्रस्थान का समय
फतेहाबाद से सालासर के लिए बस सेवा का प्रस्थान समय निम्नलिखित है:
- फतेहाबाद से: सुबह 09:10 बजे
- हिसार से: सुबह 10:30 बजे
- सिवानी से: सुबह 11:00 बजे
- राजगढ़ से: दोपहर 12:20 बजे
- चुरू से: दोपहर 02:00 बजे
- सालासर आगमन: शाम 04:15 बजे तक
वापसी का समय
सालासर से फतेहाबाद के लिए वापसी का समय निम्नलिखित है:
- सालासर से: सुबह 06:30 बजे
- फतेहपुर से: सुबह 07:30 बजे
- चुरू से: सुबह 08:30 बजे
- राजगढ़ से: सुबह 09:50 बजे
- हिसार से: सुबह 11:40 बजे
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यात्रियों की सुविधा
हरियाणा राज्य परिवहन की इस नई सेवा से यात्रियों को काफी सुविधा होगी, विशेष रूप से उन भक्तों के लिए जो सालासर बालाजी के दर्शन करने के लिए नियमित रूप से यात्रा करते हैं। फतेहाबाद से सालासर के बीच सीधी बस सेवा की मांग लंबे समय से की जा रही थी और अब इस नई सेवा के शुरू होने से यात्रीगण सीधा और आरामदायक सफर का आनंद ले सकेंगे। इस बस सेवा के जरिए, यात्रियों को अलग-अलग परिवहन माध्यमों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा और वे सीधे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
स्थानीय व्यापारियों के लिए लाभकारी
इस नई बस सेवा से न केवल यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी फायदा पहुंचेगा। सालासर जाने वाले भक्तों की संख्या में वृद्धि से स्थानीय बाजार और दुकानों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा। इसके अलावा, फतेहाबाद और सालासर के बीच यात्रा करने वाले अन्य यात्रियों के लिए भी यह बस सेवा बहुत ही लाभकारी साबित होगी।
यात्रा के दौरान धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव
फतेहाबाद से सालासर तक की यात्रा न केवल भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक होगी, बल्कि यात्रियों को हरियाणा और राजस्थान के विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों का अनुभव करने का मौका भी मिलेगा। इस यात्रा के दौरान, यात्री विभिन्न धार्मिक स्थलों, स्थानीय व्यंजनों और सांस्कृतिक धरोहरों का आनंद ले सकेंगे।