खौफनाक मंज़र का विडियो देखें: हरिद्वार में बाढ़ जैसे हालात, हर की पौड़ी के पास तिनके की तरह गंगा में बही कारें

बाढ़

बाढ़: उत्तर भारत में मानसून की शुरुआत के साथ ही उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिसका सबसे अधिक असर हरिद्वार पर पड़ा है। शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद सुखी नदी में अचानक उफान आ गया, जिससे इसके कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उफनती नदी में कई कारें बह गईं और पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया, जिससे घरों और गलियों में पानी भर गया।

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बाढ़ और उसका प्रभाव

सुखी नदी आमतौर पर साल भर सूखी रहती है, जिसके कारण लोग अपने वाहनों को नदी के तल में पार्क करते हैं। लेकिन शनिवार को हुई तेज बारिश के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया और नदी में खड़ी कई कारें तेज धारा में बह गईं। यह नदी हरिद्वार में कुछ दूरी के बाद गंगा की मुख्य धारा में मिल जाती है। हर की पौड़ी के पास गंगा पर बने पुलों पर तैरती कारों की तस्वीरें देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। लोगों ने इन क्षणों को अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया।

प्रशासन की प्रतिक्रिया और राहत कार्य

हरिद्वार प्रशासन ने तुरंत आपातकालीन सेवाओं को तैनात किया और प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के नजदीक न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि नदी के पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।



मौसम विभाग का पूर्वानुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड सहित पूरे उत्तर पश्चिम भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियों का संकेत दिया गया है, जिसके कारण आगामी दिनों में भी इसी तरह की बारिश की संभावना बनी हुई है।

संभावित खतरों और सुरक्षा उपायों पर सलाह

मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और जनता को चेतावनी दी है कि भारी बारिश के कारण स्थानीयकृत सड़क बाढ़, निचले इलाकों में जलजमाव और विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास को बंद करना शामिल हो सकता है। प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। भारी बारिश के कारण दृश्यता कम होने और प्रमुख शहरों में सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात बाधित हो सकता है, जिससे यात्रा में लंबा समय लग सकता है।



लोगों की प्रतिक्रियाएं

स्थानीय निवासी और पर्यटक दोनों ही इस अप्रत्याशित बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। कई लोगों ने अपनी चिंता और भय व्यक्त किया है, जबकि कुछ लोगों ने प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमने कभी नहीं सोचा था कि सुखी नदी इस तरह उफान पर आ जाएगी। हमारी कारें बह गईं और घरों में पानी घुस गया। लेकिन प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया और हमें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।”
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निष्कर्ष

उत्तराखंड में मानसून के दौरान बाढ़ की स्थिति कोई नई बात नहीं है, लेकिन हरिद्वार में सुखी नदी का इस तरह उफान पर आना और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होना एक चेतावनी है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए हमेशा तैयार रहना आवश्यक है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, आने वाले दिनों में भी भारी बारिश हो सकती है, इसलिए सभी को सुरक्षित रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

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