नई दिल्ली: सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल (BSNL) के सर्वर पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है, जिसके चलते लाखों यूजर्स की निजी और संवेदनशील जानकारी चोरी हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अटैक में करीब 278GB डेटा चोरी हुआ है जिसमें इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी (IMSI) नंबर, सिम कार्ड डिटेल, पिन कोड्स और ऑथेंटिकेशन जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल हैं।
साइबर अटैक का विवरण
डिजिटल रिस्क मैनेजमेंट फर्म Athenian Tech की रिपोर्ट के अनुसार, इस साइबर अटैक के पीछे ‘kiberphant0m’ नाम के हैकर का हाथ है। इस हैकर ने डार्क वेब पर अपने यूजरनेम के साथ अकाउंट भी बनाया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह एक व्यक्ति है या हैकर्स का कोई समूह। इस अटैक के कारण बीएसएनएल के सर्वर से महत्वपूर्ण डेटा चोरी हुआ है और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि हैकर्स ने सर्वर के कई स्नेपशॉट भी लिए हैं, जिससे भविष्य में और भी इसी तरह के अटैक किए जा सकते हैं।
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डेटा का दुरुपयोग
चोरी हुए डेटा में लाखों यूजर्स के IMSI नंबर, सिम कार्ड डिटेल, लोकेशन और अन्य संवेदनशील जानकारियां शामिल हैं। इन जानकारियों का उपयोग सिम कार्ड क्लोनिंग और धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। यह डेटा डार्क वेब पर 5,000 डॉलर (लगभग 4.18 लाख रुपये) में बिक रहा है। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स इसे बेहद संवेदनशील मान रहे हैं और इसे यूजर्स के लिए बड़ा खतरा बता रहे हैं।
बीएसएनएल की प्रतिक्रिया
इस मामले में फिलहाल बीएसएनएल की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यूजर्स के लिए यह एक चिंता का विषय है क्योंकि उनकी निजी जानकारी अब असुरक्षित हो गई है। बीएसएनएल को जल्द से जल्द इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और यूजर्स की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
साइबर सुरक्षा की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर से साइबर सुरक्षा की महत्वता को उजागर किया है। सरकारी संस्थानों और कंपनियों को अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। यूजर्स को भी अपने डेटा की सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को देनी चाहिए।