आगरा: फेसबुक के जरिए एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें तीन साल तक ब्लैकमेल करके एक युवक से 10 लाख रुपये की वसूली की गई। इस मामले का खुलासा सीबीसीआईडी की जांच में हुआ, जहां फेसबुक के दिए गए आईपी एड्रेस ने इस साजिश का पर्दाफाश किया।
फिरोजाबाद के आनंद ने इंस्टाग्राम पर कानपुर की श्वेता चौधरी से दोस्ती की। उनकी यह दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई और श्वेता ने आनंद पर दबाव डालकर मंदिर में सात फेरे भी ले लिए। इसके बाद श्वेता ने आनंद के नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और उस पर उनकी निजी फोटो और जानकारी डालकर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
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श्वेता ने आनंद को धमकी दी कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो वह उनकी अश्लील फोटो वायरल कर देगी। इस धमकी के चलते आनंद से धीरे-धीरे 10 लाख रुपये वसूल लिए गए।
यह मामला तब खुला जब आनंद के ममेरे भाई अजीत कुमार ने सितंबर 2021 में फरिहा थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने श्वेता चौधरी और अन्य पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। इसके बाद मामले की विवेचना फिरोजाबाद पुलिस से 2023 में सीबीसीआईडी को सौंप दी गई।
सीबीसीआईडी ने साइबर सेल के माध्यम से फेसबुक के अमेरिका स्थित मुख्यालय से उस आईडी का आईपी एड्रेस मांगा जिससे फर्जी आईडी बनाई गई थी। रिपोर्ट में पता चला कि जिस सिम नंबर से यह आईडी बनाई गई थी, वह श्वेता चौधरी के नाम पर रजिस्टर था।
इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद पुलिस ने श्वेता चौधरी और अन्य आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस घटना ने समाज में इंटरनेट और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को उजागर किया है और यह भी दिखाया है कि कैसे प्यार और विश्वास का गलत फायदा उठाकर लोगों को ब्लैकमेल किया जा सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी और फोटो साझा करने में सावधानी बरतें।