ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को दिए निर्देश
मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट को यूजर फ्रेंडली बनाने के निर्देश
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अन्य टेलीकॉम कंपनियों को दिए हैं निर्देश, जिनके अनुसार वे अपने मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट को यूजर फ्रेंडली बनाएं।
इससे यूजर्स को अपनी जरूरतों के मुताबिक सेटिंग्स खोजने में आसानी होगी।
स्पैम कॉल से जुड़ी शिकायतों को आसानी से रजिस्टर
TRAI ने इन निर्देशों के तहत स्पैम कॉल से जुड़ी शिकायतों को रजिस्टर कराने के लिए भी कंपनियों को आसानी प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
यह उपाय अनचाहे कमर्शियल कम्युनिकेशन की परेशानी को कम करने का हिस्सा है।
अगर यूजर दे परमिशन, तो ऑटोमैटिकली पॉप-अप होनी चाहिए शिकायतों की रजिस्ट्रेशन
ट्राई ने कहा है कि यदि यूजर अपने कॉल लॉग और संबंधित डेटा के लिए परमिशन देता है, तो शिकायतों के रजिस्टर करने के लिए कंपनियों को जरूरी डिटेल्स ऑटोमैटिकली प्रदान करनी चाहिए।
इससे यूजर्स को अधिक परेशानी नहीं होगी सेटिंग्स खोजने में।
नए मास्टर प्लान से ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड से बचाव
इस बीच, सरकार ने नया मास्टर प्लान पेश किया है जिससे ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड से बचाव में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत, 160 नंबर से आने वाले कॉल्स की झट से पहचान होगी।
बेहतर निगरानी के लिए प्रेफरेंस मैनेजमेंट और परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग
ट्राई ने इस नए निर्देश के तहत प्रेफरेंस मैनेजमेंट को मजबूत करने और परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग रिपोर्ट फॉर्मेट में कुछ बदलाव किए हैं। सभी एक्सेस प्रोवाइडर को मासिक पीएमआर (Performance Monitoring Report) सबमिट करना होगा। इससे ट्राई का लक्ष्य है अनचाहे कमर्शियल कम्युनिकेशन के खिलाफ सख्त निगरानी बनाए रखना।
लेन-देन और वॉइस कॉल के लिए 160 नंबर
वित्तीय संस्थाओं से सभी लेन-देन और वॉइस कॉल 160 डिजिट से शुरू होने वाले नंबर से होंगे। यह उपाय स्पैम कॉलर्स की पहचान में सहायक होगा और यूजर्स को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
अगले कदम
अब टेलीकॉम कंपनियों की बारी है इन निर्देशों का पालन करके अपने सेवाओं को और भी उपयुक्त और सुरक्षित बनाने का। यह सामाजिक और व्यावसायिक समृद्धि में महत्वपूर्ण कदम है जो उपभोक्ताओं की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ावा देगा।